हर रूप में, हर रिश्ते में हर कर्तव्य निभाती हूँ हाँ मैं नारी हूँ, फिरभी अबला बोली जाती हूँ, काया है कोमल मगर हौसले बुलंद हैं जो सपने खुद के लिए देखे थे वो अब भी बेड़ियों में बंद हैं जिम्मेदारियों के पर्वत फिरभी निष्ठा से उठाती हूँ हाँ मैं नारी हूँ, #NojotoQuote #women