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फिर दिन ढल गया और रात आ गई फिर तनहाई में बैठने की

फिर दिन ढल गया और रात आ गई
फिर तनहाई में बैठने की बात आ गई
तारों की पनाहों में बैठे ही थे कि
चांद को देखा तो आपकी याद आ गई

©Mr+Khan {singer}
  chand ko dekha toh

chand ko dekha toh #Shayari

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