तू गैर ही था, तू गैर ही है तू मुझसे मिला था कभी नहीं | तू दर्द ही था, तू दर्द ही है था तुझसे गिला पर अभी नहीं| तू झूठ ही था, तू झूठ ही है सब झूठ मिला कुछ सही नहीं | तू चोर ही था, तू चोर ही है मुझे तुझसे मिला था कभी नहीं| तू मर्द ही था, तू मर्द ही है है तुझमें भावना कही नहीं | तू भूल ही था, तू भूल ही है तुझे याद दिलाना सही नहीं | तू जख्म ही था, तू जख्म ही है अब दवा लगाना कही नहीं | तू गैर ही था, तू गैर ही है तू मुझसे मिला था कभी नहीं | #गमों_के_अल्फाज़ #गम_ए_जुदाई #गमे_इश्क #गम