माँ बाप की करने को खिदमत मिली मुझे दोनो जहाँ मे दोस्तो इज्ज़त मिली मुझे । जन्नत को ढूंढता रहा में सारे जहान मे कदमों मे माँ के मगर जन्नत मिली मुझे ।। ©Dr.Meraj miss you my ammi G