बहती गंगा ज्ञान की,भर गोबर उदगार, वाट्सअप के दौर में,ऐसे गुनी विचार। ऐसे गुनी विचार,पोस्टिंग लंबी लंबी, बाते है बड़बोल,दिमागी तंगी तंगी। मन में हो जब मैल,बात ना अच्छी रहती, जितना कर ले जोर,उलट ना गंगा बहती। www.anaam-ek-ehsaas.com #ज्ञान_गंगा