ज़िंदगी और जंग ज़िन्दगी और जंग की भागदौड़ में खुशी की लहर कही गुम हो रही है हँसती खेलती ज़िन्दगी थी, अब बिना मुस्कुराये ही शाम हो रही है ~~Dimple Panchal # ज़िन्दगी और जंग