White दिल भरा भरा सा है, ख़ुद में एक खालीपन.. अज़ीब सन्नाटा है, ना जाने क्या चाहे यह मन.. रोने को बहुत मन है, और रोना भी आता नहीं अब.. क्या हुए हालत के ख़ुद को ना समझे खुद का मन.. चलते जाना है ज़िंदगी और चलती ही जाएगी.. क्यूँ पहचान कर भी किसी को ना पहचानें यह मन.. ना खुशी का एहसास ना ग़मों का कोई दुख.. फिर किस दुविधा में है आज, मेरा यह मन.. !! #unkown ©Varun Vashisth #alone