Nojoto: Largest Storytelling Platform

कितना हुँ अकेला मैं, पर ना मैं कमजोर बैठा हूँ। जमा

कितना हुँ अकेला मैं, पर ना मैं कमजोर बैठा हूँ।
जमाना बैठ गया उस छोर,मैं अकेला इस छोर बैठा हुँ।
अगर मैं हुँ गलत तो तुम सही लगते भी कैसे हो।
बस इक प्रश्न पूछा ओर,सभी को झंझोर बेठा हुँ। सभी को झंझोर बैठा हूँ।
कितना हुँ अकेला मैं, पर ना मैं कमजोर बैठा हूँ।
जमाना बैठ गया उस छोर,मैं अकेला इस छोर बैठा हुँ।
अगर मैं हुँ गलत तो तुम सही लगते भी कैसे हो।
बस इक प्रश्न पूछा ओर,सभी को झंझोर बेठा हुँ। सभी को झंझोर बैठा हूँ।

सभी को झंझोर बैठा हूँ। #कविता