नव सृजन, नव कल्पना के, स्वप्न मिलकर हम सजाएं चलो दिल से मिलें हम और फिर नव वर्ष मनाएं मिट सके नफरत, अमन के गुल खिलाएं हम जमाने को अहिंसा व्रत कराएं ऊंच नीची हर लकीरों को मिटाएं हम गले मिलकर नए फिर गीत गाएं प्रेम की भाषा जमाने को सिखाएं चलो दिल से मिलें हम और फिर नव वर्ष मनाएं #manju #manojkumarmanju #happynewyear #newyear #newyear2019