बड़ी ताज्जुब है, सवाल तुम लाये हो.. घायल मैं हूँ, बदहाल तुम आये हो.. वफ़ा की हद तो देखो, की आज भी खामोश हूँ... मुझी पर सितम किया, मुझी पर इल्जाम लाये हो... पत्थर दिल था, तूने मोम बनाया तो जो आज पिघला हूँ, बुझाने तुम आये हो... बड़ी ताज्जुब है, सवाल तुम लाये हो...