|| Disclaimer || ये केवल उन्हीं के लिए है जो व्यक्ति जीवनभर(हर समय) आंतरिक के साथ-साथ संसारिक उन्नति में लगे हुए हैं। ये बात common person के लिए नहीं है। कृपया वो आगे न पढ़े। %आज का प्रेम% पता है"हिमांश" यहाँ जो भी रो रहा है न, वो इसलिए नहीं रो रहा है कि उसको आपसे प्रेम है वो इसलिए रो रहा है कि आप उसके मनोविचार पर खरे नहीं उतरे, क्योंकि प्रेम उसके लिए बस एक विचार और एक ऐसा सामाजिक शब्द हो चुका है कि वो अब उसको बस दूसरों के लिये example(उदहारण) बनना है और ख़ुद की खुशी। ये खुशी भी उसके उसी समाज ने निर्धारित की है जिसमें वो पैदा हुआ है और अपने जीवन का अधिकांश समय उसी में निर्वाह कर चुका है। इसके विपरीत यह बात भी है जो भी प्रेम के साथ जीवनोपार्जन में लगा हुआ है उसके लिए ये समाज और सामाजिक व्यवस्था केवल मात्र एक व्यवस्था है और इसके सिवाय कुछ भी नहीं। ©Himanshu Tomar #मेरे_राम #प्रेम_दर्शन #दर्शनशास्त्र #philosophy #COMMON_MAN #love #betrayal