Nojoto: Largest Storytelling Platform

रात शायद आख़िरी थी बात शायद आख़िरी थी था मगर सूरज दी

रात शायद आख़िरी थी
बात शायद आख़िरी थी
था मगर सूरज दीवाना
प्रेम उसकी चाकरी थी
सुबह लिख गया वो हँसके
जबकि दुनियाँ नींद में थी
वो मगन ख़ुद जल रहा था
सबके हिस्से रोशनी थी
एक उसके हौसले से
सारी दुनियाँ चल रही थी
एक उसके ही भरोसे
धरती अपनी घूमती सी
आख़िरातें भूलकर सब
ज़िन्दगी मुसलसल रही थी
चाँद तब से है पहेली
तन्हा रातें हैं अकेली
काफ़िला तारों का टिमटिम
चाँदनी आँखों में झिलमिल
परियों की कहानी कह रही थी
 #yqnature #yqlove #yqsun #yqmoon #yqyouandme #yqfaith #yqearnest
रात शायद आख़िरी थी
बात शायद आख़िरी थी
था मगर सूरज दीवाना
प्रेम उसकी चाकरी थी
सुबह लिख गया वो हँसके
जबकि दुनियाँ नींद में थी
वो मगन ख़ुद जल रहा था
सबके हिस्से रोशनी थी
एक उसके हौसले से
सारी दुनियाँ चल रही थी
एक उसके ही भरोसे
धरती अपनी घूमती सी
आख़िरातें भूलकर सब
ज़िन्दगी मुसलसल रही थी
चाँद तब से है पहेली
तन्हा रातें हैं अकेली
काफ़िला तारों का टिमटिम
चाँदनी आँखों में झिलमिल
परियों की कहानी कह रही थी
 #yqnature #yqlove #yqsun #yqmoon #yqyouandme #yqfaith #yqearnest