फ़िक्र इतनी तो कर लेते मिरी जमाने वाले, सभी हर वक़्त क्यूँ ढूंढ़ते हैं कमाने वाले, उनसें कुछ इस तरह पहचान करा देना मेरी, हम भी हैं नहीै हँसके राते बिताने वाले। कमल औऱ काँटो को लेकर साथ चलते है, हम हमेशा से ही हैं रिश्ते निभाने वाले, सब हमपे खौफ़ फैलाने का इल्ज़ाम लगाते है, सभी जानते है हम है मोहब्बत सिखाने वाले, ज़माना पुरे हक़ से नापे शानोशौकत मेरी, डर हमे भी नही है हम है निराला के घराने वाले, ये वक़्त घूम के आएगा कुछ इस तरह, मेरी ही शह मांगेंगे मुझको डराने वाले, गलतियाँ कौन करके भला बच पाया है उनसे, वो मेरे मालिक भी है पक्के निशाने वाले, ख़ुशनुमा है मगर ग़म भी हैं ज्यादा दिल में, हमारे घर मे ही हैं हमको सताने वाले, फ़िक्र इतनी तो कर लेते मिरी जमाने वाले, सभी हर वक़्त क्यूँ ढूंढ़ते हैं कमाने वाले, उनसें कुछ इस तरह पहचान करा देना मेरी, हम भी हैं नहीै हँसके राते बिताने वाले। कमल औऱ काँटो को लेकर साथ चलते है,