चली शीत यूँ रेंग-रेंग कर, ग्रीष्म ऋतु ने पैर पसारा, रंगों ने हवा में दौड़ लगाई, माहौल उल्लास में गूंजा सारा। गुजिया की स्वाद, हलक तक पहुँची, खिलखिलाती हँसी, फलक तक पहुँची, भांग की नशा, फिर आँख मिचोली, भीग गई धरती, छा गई होली। बेरंग दुनिया, रंगीन बनी आज, गालों को जो, रंगों ने चूमा, हर आँखें शरारत से भरी, मौज में हर एक, खुलके झुमा। गरीब से गरीब का मन आबाद है, आज रंगों के बीच, सब आज़ाद है, रिश्तों में मिठास, एक मीठी स्वाद है, यह होली ही है, या आशीर्वाद है। Happy Holi to all of you.... #favouritecolour #रंग #होली #yqdidi #yqhindi #yqtales #yqquotes #love