एक उम्र से लगे थे तुम्हे पाने में मुक्कमल होना ही ना था इश्क़ ये बेनाम सा हमारा तुम बाहों में थे किसी और के और तेरे एहसास ए चाहत में थे हम 🍁 किसी के ख्वाबों परीज़ाद 🍁 ©Jaydeep Goswami parizaad #JDHEART #jd #jdsword #writing