ऐसा कोई पल नहीं होता जिस पल में वो नहीं होता लेती हूँ जो उच्छ्वास में उसके बिना तारतम्य नहीं होता विचलित बेचैन हृदय में मेरे अब किसी अन्य का वास नहीं होता उत्कंठा सतत बनी ही रहती अब अश्रुपूरित नेत्रों में तेज़ नहीं होता कैसे व्यतीत होंगे दिन ये 'निर्झरा' उसके बिना दिवाकर दर्शन नहीं होता! 🌹 #mनिर्झरा 11/10/2020 #yqdidi #yqhindi #yqbesthindiquotes #bestyqhindiquotes #love #yqlove