Trust me सुकून मिले जहां पा ले कुछ , बचपन समझकर ही चुरा ले कुछ , दुनिया से दूर रहने की तलब रख , खेल समझकर खुद को छुपा ले कुछ खुद की जिंदगी से वाकिफ होकर , मिलेगा सब तलब से चाह ले कुछ मिलती नहीं वजह तो ढूढ़ आज तू , बहानो से ही सही पर खुद को हसा ले कुछ