खंडहर इमारत भी, अपनी बुलंदी की कहानी बयां कर देती है। कैसे- कैसे मौसम और दिन देखें उसने सारी रवानी बता देती है। कभी गूंजा करता था आंगन, बच्चों की मासूम किलकारियां से। झिलमिलाता रहता था वो एक पुराना महल रोशनी की रोशनाई से। मिलकर मनाते थे सारे त्यौहार और बांटते रहते थे सारी खुशियां। महल में रहने वालों की रही होगी अपनी खुशियों की एक दुनियां। एक पुराना महल न जाने किन-किन साजिशों का शिकार हो गया। एक गलतफहमी की वजह से शायद सारा परिवार बर्बाद हो गया। सुन रखे हैं हमने भी एक पुराने महल की बरबादी के तमाम किस्से। इस महल को देखकर उसकी हकीकत पर जैसे इख्तियार हो गया। -"Ek Soch" 👉 #collabwithपंचपोथी 👉 विषय - एक पुराना महल 👉 प्रतियोगिता- 14(मुख्य) __________________________________ 👉 समय - 24 घंटे तक 👉 collab करने के बाद comment में done लिखे 🍬 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है।