कभी एक सुंदर बस्ती हुआ करती थी यहाँ इसकी फ़सीलें अब टूटकर बिखरने लगीं हैं... रौशनी की बातें अब कौन ही करता है भला अब तो सियाह रात आँखों में चुभने लगी है... #सियाह_रात