काशी फ़िर से आना पड़ेगा (कविता अनुशीर्षक में) बनारस की धरती पर हमारे पहले अनुभव की व्याख्या ❣️ नैन तेरे दर्शन की प्यासी लाख पुकारा मिली तब काशी मिला नहीं वो ज्ञान यहाँ ढूंढे जिसे हर इंसान यहाँ बने हुए पंडित यहाँ सब