किसी खु़शबू से मिलना है कहीं अब दूर चलना है , कोई तितली पकड़नी है , अभी पहरों भटकना है । अभी तो यादे-माजी़ से तिरी तस्वीर बुननी है , सदी भर का सफ़र तय करके , फिर तुझ तक पहुंचना है ।। मेरी रूदादे-उल्फ़त में कई चेहरे अधूरे हैं , कहां किस दर्द को, तू ही बता अब कैसे रखना है। #aliem #yqquotes#yqbhaijan #titli #khushboo #juhi