सबसे सलाम दुआ रखों, किसी को जरा भी खास न रखना, यहां सब देतें हैं तकलीफ, किसी को दिल के पास न रखना, जो तुम्हें समझ ना सके, उस रिस्ते में कभी विश्वास न रखना, ये दुनिया जरूरत से याद करती हैं इससे झूठी आस न रखना, ©पवन आर्य दुनिया ए पहचान