तुम रहती हो, तो सब सरल रहता है... ये टूटा हुआ मकान भी महल लगता है।।। चलती हो तो ये चाँद साथ चलता है ... हर एक सितारा भी गज़ल करता है ।।। निकला ना करो, यूँ सज़-संवर कर... तेरे नूर से सूरज को भी रश्क रहेता है।।। देखा था जो तूने, इक रोज पलकें झुका कर.. असर नशे सा, साथ हर पल रहेता है।।। कहेता हूँ तुम को 'ख़्वाहिशों का मुकाम' तो ये जहाँ मुझको पागल कहेता है।।। ©Khwahish #Simply You 🎈