दिल करता है,🧚 उड़ता हुआ परिंदा मै बन जाऊं🐦 । रोक सके ना कोई मुझे, उस मुकाम तक मैं पहुंच जाऊं । उगते सूरज की किरणों सी🌄, खिलखिलाती हंसी के साथ, इंद्रधनुष सी रंगीन बन🌈, आसमां में मैं बिखर जाऊं🌌 । 🌦️बारिश की पहली बुंदों के बाद💦, मिट्टी की प्यारी खुशबू मैं बन जाऊं । दिल करता है, उड़ता हुआ परिंदा मै बन जाऊं🧚 । रूचि तिवारी #दिल_कहता_है 🧚🌈🌧️🌌🌄💦🧚