दिल अमीर था और मुकद्दर गरीब था अच्छे थे हम बुरा नसीब था लाख कोशिश कर के भी कुछ ना कर सके हम घर भी जलता रहा और समुंदर भी करीब था ©Sajid khan Sajid #WashingtonDC