पल्लव की डायरी मिट्टी में मिला रखी है जिनकी शान है लागत और मेहनतों का मिलता नही कभी भी भुगतान है फिर भी देश की जी डी पी में बढ़ चढ़ कर रहता उसका योगदान है ऐसे अन्न दाता का सारा मुल्क बना कर्जदार है हस्ती उसकी मिटाने में सियासतों ने अब लिखी काले कानूनो की दास्तान है आज किसान दिवस पर सड़को पर सर्द राते काटता आंदोलित किसान है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" आज किसान दिवस पर सर्द राते काटता किसान है #farmersprotest