मौज-ए-हवादिस जो चलना शुरू हुई, तो थमी ना आज तक !! मुस्कुराहटें सारी बिखर गईं,, क़हक़हा बस अब बचा रहा ?? ©Shaayar_raahi मौज–ए–हवादिस – हादसों की लहर ( एक के बाद एक हादसे होना ) क़हक़हा – ज़ोर ज़ोर से हँसना #Zindagi #haadse #pagalpan #Sadma