जहाँ चारा माल-जाल नाहीं नेतवे सब चरि जाला जहां देशवे के नेतवा लोगन के भरकावेला जहां देशवे के लोगवा देशे के नोकसान पहुंचावेला जहां देशवे के लइकन देशे के टुकड़ा-टुकड़ा करे के नारा लगावेला जहां देशवे के सिपाही दुसमन से मिल जाला जे देशे लइकी पूजे जाला उहे देशे लइकी जलावे जाला *****Read in caption***** जहाँ चारा माल-जाल नाहीं नेतवे सब चरि जाला जहां देशवे के नेतवा लोगन के भरकावेला जहां देशवे के लोगवा देशे के नोकसान पहुंचावेला