"उसका तोहफ़ा " आज वेलेंटाइन डे पर बैठकर सोच रही थी कि सब लोग कैसे प्यार को बस एक दिन का खेल बना देते हैं। कोई किसी की ना से दुखी है तो कोई किसी की हां के इंतज़ार में परेशान है। दरवाजे पर दस्तक हुई तो .....देखा सामने वो इंसान खड़ा है जिसने कभी मुझे मोहब्बत के मायने समझाए थे ,इतने सालों बाद आज अचानक से उसको सामने देखकर समझ ही नहीं आ रहा था कि कहूँ क्या करूँ क्या? मन में आया कि कह दूँ फिर से किसी और के होने जाना है तो अभी इसी वक्त चले जाओ यहाँ से ....मगर कुछ कह नहीं पाई और कुछ समझ पाती उससे पहले ही उसने मुझे जोर से बाहों में भर लिया। "मुझे माफ़ कर दो " "अंश तुमसे दूर होकर समझा मैंने क्या खोया, आज सारे गुनाहों की माफी दे दो"और वो अंगूठी निकालकर मुझे वापिस दे दी ।मगर ........क्या अब मैं वापिस मुड़कर वहीं जा सकती हूँ। शायद नहीं ..........क्योंकि जो बेवफाई का दर्द वो मुझे दे गया था, उस दर्द ने मुझे इतना मजबूत कर दिया है कि अब मैं उससे कह सकूँ ........."जब मन किया चले गए, जब मन किया वापिस आ गए जनाब मोहब्बत दो दिलों का मेल होता है,एक आपके मन के मुताबिक हम अपनी जिंदगी नहीं बिता सकते, और भी बहुत काम है मोहब्बत के सिवाए, दरवाजा सामने है ,आप जा सकते हैं, हमें अब खिलौना नहीं बनना। " वो तो चला गया मगर मैं बस यही सोचती रही कि क्या यही प्यार है, कहीं मैंने सच में कुछ गंवा तो ना दिया ..........।। मगर मन ना कबूल करे किसी रिश्ते को तो कैसे स्वीकार करें, है ना!!! #बेवफाई #वापसी #रिश्ते #anshulathakur #memories #nojotoquotesforall #nojotowritersclub #nojotohindi #storytelling #questions