यही सौंदर्य है सुकृत सुहावन, सहल अंतःकरण का स्वच्छ भावन यही सौंदर्य है सुकृत सुहावन, सहल अंतःकरण का स्वच्छ भावन ... आलोक भावार्थ एक ही है शब्द अलग अलग ... रजनी