नए लोग, नए चेहरों से मैं डरता हूँ, बिते कल की याद में इस पल से भागा फिरता हूँ। डरता हूँ कि मेरी बातें, मेरा साथ, किसी को फिर से न भा जाए, उनसे दूर होते ही मुझे उनकी याद ना आने लग जाए। किस्सा ये, मैं बहुत कम लोगों को सुनाता हूँ, हाँ, यही वो डर है, जिसे मैं अल्फाज़ो के पीछे छुपाता हूँ। 27.05.2019 #nojotohindi नयनसी परमार