कड़वा सच भूख सबको लगती है अनाज पर सबका हक नहीं उपजे सब पृथ्वी से मगर धरती पर सबका हक नहीं खून सबका एक सा मगर मजहब सबका अलग अलग मिल जाना सबने मिट्टी में फिर भी मिट्टी सबकी अलग अलग... #nojotohindi#कड़वासच#कविता