बुझी शमा भी जल सकती है, तूफानों से कश्ती भी निकल सकती है, हो के मायूस यूँ ना अपने इरादे बदल, तेरी किस्मत कभी भी बदल सकती है। ©MR VIVEK KUMAR PANDEY #बुझी समा भी जल सकती है