आॅखे कितना कुछ झेलती हैं ,गम में अश्को को ढकेलती है , प्यार के इजहार में , पलकें झुका कर बोलती है , जाने कितनी बात छुपाई है ,इस दिल ने , गर समझ गए तो, सारे राज ये खोलती हैं। - प्रभु किशोर शर्मा (शर्मा जी) #ऑखे