कल 2 जून है,
ये घटना आज से 22 साल पहले 2जून की है। शाम के 6 बजे हैं, जाने क्यों सबको जबरदस्ती चाय पिला कर, बाहर छत पे आ कर बैठ गया हूं, अन्मना सा , थोड़ा बोझिल ज्यादा थका हुआ सा। श्री मती जी दो महीने से बिस्तर से लगी हैं, महीने भर से तो बोलना भी बंद हो चुका।
Dr. N M Gupta ji ने 1997 सितंबर में उनके फूड पाइप में कैंसर की सर्जरी करने के बाद मुझसे कहा था, सारी कुलभुषण जी she has two years of somewhat normal life उसके बाद और sir ने दोनो हाथ ऊपर कर दिए। अचानक थोड़ी सी बेचैनी हुई कि इंजेक्शन लगा दूं, कमरे में जाने पर देखा चार घर के लोग हैं, हाथ के इशारे से वो सबको बाहर जाने को कहती हैं, सबके जाने के बाद महीने के बाद बोलीं बस दो ही लाइंस
बहुत थक गई हूं
अब जा रही हूं.....
मुझे यकीन ही नहीं हुआ कि ये उसी की आवाज़ है, विस्मित सा बाहर आता हूं अभी इस पहेली को सुलझाता की बोली कैसे ...मेरी छोटी बहन dr. Sunita stethoscope लिए
सिर झुकाए, आंखों में पानी ही पानी... के गया सब कहानी...
रोना धोना शुरू, चीखना.. चिल्लाने के का शोर सिर को फाड़ देने की कोशिश करता है....रात बीत रही है...... सर दर्द से फटने को है...दो साल तक इस रहस्य को मैंने अपने सीने में दफन रखा की dr.Gupta ne मुझे क्या बताया था। #yqdidi#yqquotes#yqकुलभूषणदीप#yqप्रश्न#yqमृत्यु