कौन थी तुम मेरे लिए?? क्या थी तुम मेरे लिए?? शायद तुम मेरे लिए उस पंछी की तरह थी जिसे मैं पकड़ कर हमेशा अपने पास रखना चाहता था....शायद इसलिए तुम्हारी आज़ादी को महसूस नहीं कर पाया..... शायद तुम मेरे लिए उस रास्ते की तरह थी जिस पर मुझे चलते हुए हमेशा थक जाने का डर लगा रहता था....शायद इसलिए तुम्हारे खूबसूरत सफर को देख नहीं पाया..... शायद तुम मेरे लिए उस छोटी बच्ची की तरह थी जिसकी सभी शरारतों से मैं हमेशा रूठ जाता था....शायद इसलिए खुदको कभी तुम्हारी प्यारी नादानियों का एहसास नहीं करा पाया..... बोलो ना..... कौन थी तुम मेरे लिए?? क्या थी तुम मेरे लिए?? Tum Mere Liye #tum_mere_liye