जूझती रही बिखरती रही और टूटती रही। कुछ इस तरह से जिंदगी निखरती रही। ©Er.ABHISHEK SHUKLA जूझती रही बिखरती रही और टूटती रही। कुछ इस तरह से जिंदगी निखरती रही। #jail