टूटे हुए कुछ सपने हैं कुछ रिश्तों की कड़वाहट है उसकी बातें है कुछ खरी-खरी कुछ दुनियादारी की मिलावट है ज़िदगी को कहाँ कोई समझ सका बड़ी उलझी इसकी बनावट है चंद लम्हों की किताब है जिंदगी जिसमें ख़ुदा की लिखावट है... © abhishek trehan ♥️ Challenge-585 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।