आसमान गवाह है
मेरे इंतजार की।
तुम्हारे याद में खोए मेरी आंखों से रिसता हुआ भूरे दर्द को,
कभी अपने भूरेपन में छुपा लेता वह,
और कभी तुम्हारे आने की एक सरसरी सी आश भी अगर जाग उठा तो,
अपने नीला रंग मे से
मेरे आंखों में कुछ सपने भेज देता है वह।
इसलिए, अगर कभी मेरे खोंज में निकलो,