वो फूलो की कली सी कुछ समय पहले ही मिली थी... आज साथ छोर.. किसी और दुनिया के लिए चली गयी...!! बड़ी मासूमियत भरी थी .. उसकी आँखों में.... वो सभी की प्रीय थी.... गली की शान थी... कोई भी आता था... सिर्फ एक उसी की आवाज़ गूंजती थी...!! आज सनाटा छाया है... गली मैं... न वो रही न उसकी आवाज़ रही... सनाटा छा गया ... एक बार फिर से.... न जाने वो कोन सी दुनिया मैं चली गयी... उसी आदते आज भी छाप छोरे हमारे दिलों मैं.... खुशियो भरी यादे आज भी मुकान बन चली थी...!! बस एक ख़ुशी है ... उसके जाने की... वो रानी जो सिर्फ कहने के लिए रानी थी... कान्हा जी के चरणों में... कही राज करैगी...!!! #रानी