वो मेरे गिरने का इंतज़ार करते रहे, जिनको क़भी गिरने नही दिया हमनें, आँखे भरी जब भी उसकी आँसू न गिरने दिया हमनें, हम भीगते रहे उनके दिए अश्खों से अक्सर और वो समझे के!! वो जीतते रहे, हार तो वो तभी गए थे हमें जब हम अकेले में उनका नाम लेकर चीख़ते रहे। अरुणा कृष्ण प्रेम #दर्द #आँसू #चीख़