काफ़िला अपना , चल रहा मलंग स । अब देखिए , सफ़र कैसे पूरा होता । ख़ामोशी का साज़ , प्यासे जज़्बात । सब्र लेते इम्तिहान , जवाब देते हालात । हमारे इन दागों का , कामयाबी है मरहम । रेत से बिखरें हम , आंखें भी है नम । फिर , सफर का पूरा होना तय रहा । ©Anuradha Sharma #ambition #mydream #quotes #yqquotes #poetry #urdu #urduhindipoetry #oneliner #Nojoto #Light