दिल ने एहसास के बाज़ार में खुशियों की दुकां, कर दी नीलाम किसी दर्द से सौदा करके। हमने तरतीब से रक्खा था ग़मों को दिल में, क़हक़हों ने इन्हें बिखरा दिया बोसा करके। ज़िद है अश्कों को बहना नहीं छोड़ेंगे कभी, हम भी हंस लेते हैं इमरोज़ हौसला करके। #ehsas #khushiyan #dard #bosa #qahqahon #sauda तरतीब - order, arrangement बोसा - kiss इमरोज़ - current day