कुछ पत्ते सूखे थे, सूखे ही रह गए,,,, बून्द भी पानी की ...... न उनको जीवन दे सका,,,,, जैसे..... कुछ किस्से अधूरे थे, अधूरे ही रह गए ।। ©nita kumari #Sukhepatte