बचपन में जब से लिखना शुरू किया तब से ही मुझे लेखन से प्यार हो गया। पेंसिल से आने वाली लिखावट मेरी काफी सुंदर दिखने लगी। कुछ ही समय में शिक्षकों से वाह- वाही पाने लगे। उस समय गरीबी के कारण पेंसिलों को चाहते हुए भी अधिक जमा नहीं कर पाए। लेकिन आज पेंसिल से ज्यादा काम न होते हुए भी बहुत सारी जमा करते है। हर तरह की पेंसिल हमें प्रिय हैं।। धन्यवाद आपका , जो आपने मेरे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।। #yolewrimo में आज #पेंसिल के नाम एक पत्र लिखें। #letters #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi