बिछड़ गए उपवन में जो कहीं तुम मुझसे कभी किसी!! यादें महकती हैं उपवन में अाज भी, दिल केे कहीं मेरे!! कहना था बस कह दिया ~~~ निशान्त ~~~ बिछड़ गए उपवन में