जिस्म वही था बस खरीददार बदलते रहे , खबरें एक ही थी हर ओर , बस नाम-ए-अखबार बदलते रहे ! सुकून तो मिला ही नही , ना ही चैन मिला , सैकड़ो बार घर-बार बदलते रहे ! अपनों ने मुझे पहचान लिया हर बार , हम नादान थे तो नकाब बार-बार बदलते रहे ! !! विनोद दुबे !! "स्याही" ✍..... #घर #शहर #रूह #जिस्म #मन #प्रेम #घृणा #तुम #स्याही #Love @madhvi❣️ @smily @SingerRahulOfficial(CharmingCreationRahul) @NamitaSharma @SumanZaniyan