Nojoto: Largest Storytelling Platform

लगता था जानता हूं उस शख्स को वादे जिसने तमाम किए थ

लगता था जानता हूं उस शख्स को
वादे जिसने तमाम किए थे 
महफिलों में जाम गिरा आए थे
उस दौर में जब उसके लिए जिए थे
धीरे धीरे वक्त बदला फिर बो बदले
कुछ ख्वाब टूटे वादे टूटे और हाथ छुटे
और फिर हुआ यूं कि 
बदनसीबी ने पहुंचा दिया हमें फिर उसी महखाने में
जहा से निकल कर जाम तोड़ने के इरादे किए थे

©Dixit Bhardwaj पुरानी बातें
लगता था जानता हूं उस शख्स को
वादे जिसने तमाम किए थे 
महफिलों में जाम गिरा आए थे
उस दौर में जब उसके लिए जिए थे
धीरे धीरे वक्त बदला फिर बो बदले
कुछ ख्वाब टूटे वादे टूटे और हाथ छुटे
और फिर हुआ यूं कि 
बदनसीबी ने पहुंचा दिया हमें फिर उसी महखाने में
जहा से निकल कर जाम तोड़ने के इरादे किए थे

©Dixit Bhardwaj पुरानी बातें