ये बरसती रातें ख्यालो को सैलाब चाय लेकर आओ पुरे करते हैं कुछ अधूरे ख्वाब ××{{{®•©}}}×× #ये #बरसती रातें,#ख्यालो का #सैलाब, #चाय लेकर आओ,पुरे करते हैं कुछ #अधूरे #ख्वाब,