उनकी यादो में ना जाने, कितनी रात रोया मै, एक दौर ऐसा भी आया, जो उनके साथ रोया मै, नहीं मिला सुकून आज, उनको रोता देखकर, नहीं हुई ख़ुशी, उनको अपना होता देखकर, क्युकी जानता था दिल में उनके, मै नहीं हूं, नहीं था कल में और आज में भी नहीं हूं, उठाना फायदा दर्द का, आता नहीं हमको, सिवाए एक सहारे के मै शायद, कुछ भी नहीं हूं, सिवाए एक सहारे के मै, कुछ भी नहीं हूं । #Nojoto #poem #Life #experience #ashutoshdairy #poeticaura872 #we #Love #condition